परिचय :
झारखंड अर्थात झार/झाड़ जिसे स्थानीय भाषा में वन का
अभिप्राय है और खंड का अर्थ है टुकड़ा,अर्थात ऐसा क्षेत्र जो
वन का टुकड़ा हैं। अपने नाम के अनुरूप लगभग सम्पूर्ण प्रदेश वनो का प्रदेश हैं।
झारखंड की सीमाएं उत्तर में बिहार ,दक्षिण में उड़िसा पूर्व में पश्चिम बंगाल और पश्चिम में उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ को
छुती हैं।
लगभग सम्पूर्ण प्रदेश छोटानागपुर के पठार पर अवस्थित हैं।
भाषा :
झारखंड की राजभाषा हिन्दी है।
अन्य भाषाएं - बंगाली, हो,खडिया,कुरमाली, मुडांरी,खोरठा
नागपूरी, पंचपरगनिया, संथाली, कुडुख, उर्दू
भुगोल :
राजकिय पशु - हाथी राजकीय पक्षी - कोयल
राजकीय पेड़ - साल राजकीय फुल - पलाश
राजधानी :- रांची , सबसे बड़ा शहर :-जमशेदपुर (टाटा)
क्षेत्रफल :- 79714 वर्ग किलोमीटर , जिला :- 24 जनसंख्या :- 3,29,88,134
घनत्व :- 414 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर
झारखंड राज्य के गठन 15 नवम्बर(बिरसा मुंडा के जन्मदिन)
2000 ई. को बिहार के विभाजन स्वरूप हुआ।
नोट : विभाजन के समय झारखंड मे 18 जिले थे।
नदियाँ :- झारखंड की सबसे महत्वपूर्ण नदी स्वर्णरेखा नदी हैं,
जो रांची से 16 km दक्षिण-पश्चिम में स्थित 'नगड़ी' गांव
के 'रानी चुआं' नामक स्थान से निकलती हैं।
अन्य नदियों - अन्य नदियों में दामोदर, कोयल, खड़कई आदि
प्रदेश का ज्यादात्तर हिस्सा वनक्षेत्र है जिसमें हाथी और बाघ
बहुतायत पाये जाते हैं।
मिट्टी के वर्गीकरण के अनुसार राज्य में ज्यादातर मिट्टी चट्टानों
और पत्थरों की अपरदन से निर्मित हैं। जिन्हें निम्नलिखित भागों में विभाजित किया जा सकता हैं -
(a). लाल मिट्टी - यह ज्यादातर दामोदर घाटी एवं राजमहल के क्षेत्रों में पायी जाती हैं।
(b). बलुई मिट्टी - यह मूख्यतः हजारीबाग और धनबाद जिले में मिलती हैं।
(c). लैटराइट मिट्टी - यह रांची, पलामू, संथाल परगना के कुछ हिस्से एवं पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूमी जिले में पाई जाती हैं।
(d).काली मिट्टी - राजमहल क्षेत्र में पाई जाती हैं।
(e). माइका युक्त मिट्टी जो कोडरमा, झुमरी तलैया, बडगांव
एवं मदार पर्वत पर मिलती हैं।
झारखंड के कुछ प्रमुख उद्योग -
भारत का सबसे बड़ा उर्वरक कारखाना सिन्दरी में है जो अभी बंद हैं
टाटा स्टील कारखाना जमशेदपुर में स्थित है जो निजी क्षेत्र का कारखाना हैं।
बोकारो स्टील कारखाना 1966 मे रूस के सहयोग से स्थापित किया गया है।
भारत का सबसे बड़ा आयुध कारखाना 'गोमिया' झारखंड में
स्थित हैं।
भारत का मिथेन गैस का पहला कारखाना झारखंड में स्थित हैं।
2000 ई. को बिहार के विभाजन स्वरूप हुआ।
नोट : विभाजन के समय झारखंड मे 18 जिले थे।
नदियाँ :- झारखंड की सबसे महत्वपूर्ण नदी स्वर्णरेखा नदी हैं,
जो रांची से 16 km दक्षिण-पश्चिम में स्थित 'नगड़ी' गांव
के 'रानी चुआं' नामक स्थान से निकलती हैं।
अन्य नदियों - अन्य नदियों में दामोदर, कोयल, खड़कई आदि
प्रदेश का ज्यादात्तर हिस्सा वनक्षेत्र है जिसमें हाथी और बाघ
बहुतायत पाये जाते हैं।
मिट्टी के वर्गीकरण के अनुसार राज्य में ज्यादातर मिट्टी चट्टानों
और पत्थरों की अपरदन से निर्मित हैं। जिन्हें निम्नलिखित भागों में विभाजित किया जा सकता हैं -
(a). लाल मिट्टी - यह ज्यादातर दामोदर घाटी एवं राजमहल के क्षेत्रों में पायी जाती हैं।
(b). बलुई मिट्टी - यह मूख्यतः हजारीबाग और धनबाद जिले में मिलती हैं।
(c). लैटराइट मिट्टी - यह रांची, पलामू, संथाल परगना के कुछ हिस्से एवं पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूमी जिले में पाई जाती हैं।
(d).काली मिट्टी - राजमहल क्षेत्र में पाई जाती हैं।
(e). माइका युक्त मिट्टी जो कोडरमा, झुमरी तलैया, बडगांव
एवं मदार पर्वत पर मिलती हैं।
उद्योग-धंधे :
झारखंड औद्योगिक दृष्टि से सम्पन्न प्रदेश हैं। यहाँ पर अनेक
खनिजों का भण्डार हैं, जैसे- कोयला, बाक्साइट,लोहा,
अभ्रक, कायनामाइट, ग्रेफाइट, चुना पत्थर, यूरेनियम आदि।
भारत का सबसे बड़ा उर्वरक कारखाना सिन्दरी में है जो अभी बंद हैं
टाटा स्टील कारखाना जमशेदपुर में स्थित है जो निजी क्षेत्र का कारखाना हैं।
बोकारो स्टील कारखाना 1966 मे रूस के सहयोग से स्थापित किया गया है।
भारत का सबसे बड़ा आयुध कारखाना 'गोमिया' झारखंड में
स्थित हैं।
भारत का मिथेन गैस का पहला कारखाना झारखंड में स्थित हैं।
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